Sensor क्या है? यह हमारे फ़ोन – कंप्यूटर – टीवी में किस तरह से काम करता है?
दोस्तों, आज के समय में हम टेक्नोलॉजी से पूरी तरह से घिरे हुए हैं। क्यूंकि आज के दौर में टेक्नोलॉजी के बिना जिंदगी संभव नहीं है। हम हर दिन किसी न किसी रूप में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं। चाहे हम अपने फ़ोन का इस्तेमाल करें या टीवी देखने का काम करें या कहीं सफर करने के लिए किसी वाहन का इस्तेमाल करें या किसी भी तरह का काम करें, हमारे सभी तरह के कामों में टेक्नोलॉजी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और हमारे कामों को ज्यादा आसान बनाती है। कभी कभी हमें यह पता भी नहीं होता है, पर हम सभी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कई तरह से करते रहते हैं। जैसे कि हम हर दिन अपने स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं। अब हमें यह तो पता होता है कि हम अपने फ़ोन का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो कि एक टेक्निकल चीज है। लेकिन हमें यह नहीं पता होता है कि उनके अंदर कई तरह के सेंसर मौजूद होते हैं और इनका इस्तेमाल हम हर समय करते रहते हैं। चाहे फ़ोन के रूप में करें या कंप्यूटर के इस्तेमाल में करें या टीवी देखने के दौरान करें।
अगर आप स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं तो शायद आपने सेंसर के बारे में सुना होगा। लेकिन हो सकता है कि आपको उनके बारे में जानकारी ना हो और ऐसा भी हो सकता है कि इससे पहले आपने कभी सेंसर के बारे में सुना ही ना हो। लेकिन अब आपको ज्यादा परेशान होने की जरुरत नहीं है। क्यूंकि यहाँ आपको मिलेंगे सेंसर के बारे में पूरी जानकारी। तो आइये जानते हैं कि सेंसर क्या होता है और यह हमारे फ़ोन, कंप्यूटर, टेलीविज़न या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में किस तरह से काम करता है?
Sensor क्या है?
सेंसर का शाब्दिक अर्थ होता है, सेन्स करने वाला। यानि कि महसूस या अनुभव करने वाला। सेंसर एक तरह का उपकरण होता है जो किसी वास्तु की स्थिति, दिशा, गति, तापमान जैसी चीजों को महसूस करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। सेंसर का इस्तेमाल कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों में किया जाता है। इनमें से स्मार्टफोन, टेलीविज़न, स्मार्ट टीवी, फिटनेस बैंड, रिमोट, रेडियो, कंप्यूटर, लैपटॉप, सॅटॅलाइट प्रमुख हैं।
सेंसर को और अच्छे से समझने के लिए आप यह कह सकते हो कि जिस तरह इंसान या कोई जीव सर्दी, गर्मी, हवा, ठण्ड या किसी मौसम को महसूस करते हैं, उसी तरह हमारे फ़ोन, कंप्यूटर या किसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में किसी चीज को महसूस करने के लिए सेंसर का इस्तेमाल किया जाता है।
सेंसर किस तरह से काम करता है?
दोस्तों, हमारे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में कई तरह के सेंसर्स मौजूद होते हैं। इन सभी सेंसर्स के अलग अलग काम होते हैं। लेकिन इन सभी सेंसर्स का एक ही मकसद होता है कि हम अपने डिवाइस को बेहतर ढंग और ज्यादा आसानी से इस्तेमाल कर पाएं। मतलब कि उन उपकरणों की उपयोगिता को बढ़ाया जा सके। सेंसर्स के होने से हमारे डिवाइस ज्यादा उपयोगी और आसान हो जाते हैं। इसे आप इस तरह से समझ सकते हैं, मान लीजिये कि आप अपने स्मार्टफोन में कार रेसिंग का गेम खेल रहे हों और आपको कार को दाएं या बाएं मोड़ने के लिए दायीं या बायीं तरफ अपनी ऊँगली से टैप करना पड़ता है। इस तरह से गेम खेलना थोड़ा सा मुश्किल हो जाता है। लेकिन अगर आपके स्मार्टफोन में ‘जाइरोस्कोप’ सेंसर मौजूद हो तो आपको कार मोड़ने के लिए दायीं या बायीं तरफ टैप करना नहीं पड़ेगा। इसके लिए बस आपको दायीं या बायीं तरफ फ़ोन को झुकाना होगा और कार अपने आप मुड़ने लगेगी।
फ़ोन – कंप्यूटर – टीवी में सेंसर्स के कार्य
टेलीविज़न के इस्तेमाल करने में हम हमेशा रिमोट का उपयोग करते हैं। यहाँ रिमोट और टीवी के बिच कम्यूनिकेट करने में सेंसर का बहुत बड़ा योगदान होता है। रिमोट के बटन को दबाने से रिमोट का सेंसर, टीवी के सेंसर से संपर्क करता है। इससे रिमोट, टीवी को इनपुट भेजता है। जिससे चैनल बदलने का काम या कोई अन्य ऑपरेशन को कर सकते हैं। स्मार्टफोन और स्मार्टवॉच फिटनेस बैंड के बिच कम्यूनिकेट करने में भी सेंसर की ही मदद मिलती है। महत्वपूर्ण बात यह कि बांकी डिवाइस के मुकाबले हमारे फ़ोन में सबसे ज्यादा सेंसर्स मौजूद होते हैं। इसमें हमारे फ़ोन का टच स्क्रीन, कैमरा, फ़्लैश लाइट, फिंगरप्रिंट, स्क्रीन लाइट सेंसर्स शामिल हैं। कार और मोटरबाइक्स में भी सेंसर का उपयोग किया जाता है। कार के स्पीड मीटर में लाइट सेंसर का इस्तेमाल किया जाता है। इसकी मदद से दिन के समय में लाइट बंद हो जाती है और अँधेरा होते ही उसकी लाइट ऑटोमेटिकली जलने लगती है। आजकल गाड़ियों के हेडलाइट्स में भी सेंसर का इस्तेमाल किया जाता है। इसके आलावा स्मार्टफोन और कार-बाइक के बिच कम्यूनिकेट करने के लिए भी सेंसर्स उपयोग में लाए जाते हैं। जैसे कि बाइक मोड्स, ड्राइविंग मोड शामिल हैं। इससे फ़ोन कॉल करने वाले अपोजिट साइड के यूजर को यह पता लग जाता है कि वह अभी बाइक पर है या ड्राइव कर रहा है। घरों के रेफ्रीजरेटर यानी कि फ्रिज में भी सेंसर लगे होते हैं। इसमें सबसे कॉमन सेंसर है डोर लाइट सेंसर। जैसे ही हम फ्रिज का दरवाजा खोलते हैं तो अंदर एक लाइट जलने लगती है और जैसे ही हम फ्रिज का दरवाजा बंद करते हैं तो वो लाइट बंद हो जाती है। ब्लूटूथ या वाई-फाई के इस्तेमाल में भी सेंसर मदद करता है। इनसे हमें यह पता चलता है कि हम पूरी तरह से सेंसर से घिरे हुए हैं।
सेंसर के प्रकार
दोस्तों, सेंसर के कई प्रकार होते हैं और उनके अलग अलग कार्य होते हैं, जो काफी महत्वपूर्ण होते हैं। तो आइये जानते हैं उन सभी सेंसर्स और उनके महत्वपूर्ण कार्यों के बारे में
1. विज़न एंड इमेजिंग सेंसर
विज़न एंड इमेजिंग सेंसर एक डिटेक्टर का काम करता है। जो किसी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के अंदर वस्तुओं या रंगों की मौजूदगी का पता लगाता है। उसके बाद इसकी जानकारी को प्रदर्शित करने के लिए इसे विज़ुअल इमेज के रूप में बदलता है।
2. फोटोइलेक्ट्रिक सेंसर
फोटोइलेक्ट्रिक सेंसर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो अपने पास से गुजरने वाली वस्तुओं का पता लगाता है। इसके साथ साथ यह वस्तुओं के रंग, स्वच्छता और स्थान का भी पता लगाने में सक्षम होता है। फोटोइलेक्ट्रिक सेंसर में एक ट्रांसमीटर होता है जो लाइट बीम को ट्रांसमिट करने का काम करता है। इसके आलावा यह रिसीवर द्वारा लाइट सिग्नल को रिसीव करके यह पता लगाता है कि इसके पास से गुजरने वाली चीज कोई वस्तु है या नहीं, अगर वह वस्तु है तो कितनी दुरी पर है। यह एमिटर की मदद से प्रकाश में परिवर्तन को मापने का काम करता है। इसका इस्तेमाल काउंटिंग, रोबोटिक पीकिंग, स्वचालित दरवाजों जैसी चीजों में किया जाता है। इसे ज्यादातर इंडस्ट्री में सेफ्टी के तौर पर उपयोग में लाया जाता है।
3. इंफ्रारेड सेंसर
इन्फ्रारेड सेंसर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो परिवेश को किसी न किसी पहलू में महसूस करता है। इंफ्रारेड सेंसर को टेक्नोलॉजी में सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है। रिमोट कण्ट्रोल के रूप में भी इंफ्रारेड सेंसर का इस्तेमाल किया जाता है। इंफ्रारेड सेंसर की रेंज उसके मैग्नेटिक स्पेक्ट्रम पर निर्भर करती है। इंफ्रारेड सेंसर की फ्रीक्वेंसी माइक्रोवेव और विज़िबल लाइट से ज्यादा होती है। इंफ्रारेड सेंसर को शार्ट फॉर्म में आईआर सेंसर कहा जाता है। आईआर सेंसर ऑब्जेक्ट की गर्मी को माप सकता है और ऑब्जेक्ट की गति का भी पता लगा सकता है। इस प्रकार का सेंसर केवल अवरक्त विकिरण को मापता है न कि उत्सर्जन को। इसलिए हम इसे पैसिव IR सेंसर कहते हैं। अवरक्त विकिरण का उत्सर्जन करने वाली वस्तुएं आंख के लिए अदृश्य होती हैं और केवल एक अवरक्त आईआर सेंसर ही उनका पता लगा सकता है। एमिटर आईआर एलईडी की तरह है और डिटेक्टर आईआर एलईडी रिसेप्टर की तरह है। जब आईआर विकिरण आईआर सेंसर पर गिरता है, तो यह इसका पता लगाता है।
4. फिंगरप्रिंट सेंसर
फिंगरप्रिंट सेंसर एक प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक सिक्योरिटी सिस्टम है, जो यूजर को इनफॉर्मेशन का एक्सेस प्रदान करने या ट्रांजेक्शन को मंजूरी देने के लिए बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के लिए उंगलियों के निशान का उपयोग करता है। यह बायोमेट्रिक की सुरक्षा प्रणाली होती है। पुराने समय में बायोमेट्रिक फिंगरप्रिंट सेंसर या फिंगरप्रिंट स्कैनर का उपयोग पुलिस की कार्यवाई, बड़ी इंडस्ट्री, साइबर क्राइम जैसी चीजों में किया जाता था। लेकिन आज के समय में हमारे फ़ोन में ही फिंगरप्रिंट का सिस्टम देखने को मिल जाता है। फिंगरप्रिंट सेंसर का उपयोग करने का सबसे बड़ा कारण यह है कि लोगों की उँगलियों की त्वचा में गोल पैटर्न के अनुसार लकीर बने होते हैं। ये लकीर हमें आसानी से दिखाई नहीं देते हैं। जब हम उँगलियों की त्वचा को गौर से देखते हैं तो ये लकीर हमें दिखने लगते हैं। इन्हीं लकीरों की वजह से मनुष्य की एक अलग आइडेंटिटी बन जाती है, जो कभी नहीं बदलते हैं। यही कारण है कि आज के समय में फिंगरप्रिंट सेंसर का उपयोग सिक्योरिटी के तौर पर बहुत ही ज्यादा किया जा रहा है।
5. एम्बिएंट लाइट सेंसर
एम्बिएंट लाइट सेंसर एक तरह का लाइट डिटेक्टर होता है, जो लाइट को डिटेक्ट करने का काम करता है। इसका इस्तेमाल सबसे ज्यादा स्मार्टफोन, लैपटॉप, स्मार्ट टीवी जैसे चीजों में किया जाता है। इसकी मदद से स्क्रीन डिस्प्ले की लाइट अपनेआप बदलती रहती है। अगर आप ज्यादा रौशनी या धुप में स्क्रीन डिस्प्ले को देखते हो तो डिवाइस की ब्राइटनेस रौशनी के अनुसार बढ़ जाती है। अगर अँधेरा या रात का समय हो तो स्क्रीन डिस्प्ले कम हो जाती है। एम्बिएंट लाइट सेंसर की मदद स्क्रीन की ब्राइटनेस रौशनी के अनुसार घटती-बढ़ती रहती है। इससे हमें अपने फ़ोन या किसी भी डिवाइस को अच्छे से देखने में मदद मिलती है।
6. प्रोक्सिमिटी सेंसर
प्रोक्सिमिटी सेंसर भी एक तरह का डिटेक्टर होता है, जो किसी भी चीज को उसके नार्मल रेंज में आने पर बिना छुए डिटेक्ट कर उसकी उपस्थिति बताता है। ऐसा भी कहा जा सकता है कि प्रोक्सिमिटी सेंसर किसी भी वस्तु की उपस्थिति या गति को इलेक्ट्रिकल सिग्नल में बदल देता है। जब भी कुछ प्रोक्सिमिटी सेंसर की सीमा में आता है तो यह इंफ्रारेड बीम को बाहर छोड़ता है और इसके रेफ्लेक्शंस पर नज़र रखता है। जब सेंसर किसी तरह की रेफ्लेक्शंस को सेंस करता है तो यह पुष्टि करता है तो इससे यह पता लग जाता है कि आस पास कोई वस्तु है।
7. एक्सेलेरोमीटर सेंसर
एक्सेलेरोमीटर सेंसर शरीर के वेग के आधार पर काम करता है। यह बताता है कि स्मार्टफोन या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को किस तरह से पकड़ें। फ़ोन में ऑटो रोटेट का फीचर इसी के मदद से काम करता है। अगर हम फ़ोन को मैन्युअली रोटेट करते हैं तो वो भी इसी सेंसर की मदद से काम करता है। फ़ोन कॉल के आने पर फ़ोन छूते ही साइलेंट होना, फ़ोन को उल्टा करने पर कॉल का कटना भी एक्सेलेरोमीटर सेंसर की मदद से ही होता है।
8. पैडोमीटर सेंसर
पैडोमीटर सेंसर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होता है जो आमतौर पर पोर्टेबल और इलेक्ट्रॉनिक या इलेक्ट्रो मैकेनिकल होता है, जो व्यक्ति के हाथों या पैरों की गति का पता लगाकर उसके सभी कदम को गिनता है। क्यूंकि सभी व्यक्ति के कदम की दुरी अलग होती है। पैडोमीटर सेंसर एक्सेलेरोमीटर सेंसर का एडवांस वर्शन होता है। इसका इस्तेमाल कम ही स्मार्टफोन में किया जाता है। लेकिन समय के साथ इसकी उपयोगिता बढ़ती जा रही है और आने वाले समय में इसे बहुत अधिक मात्रा में इस्तेमाल किया जा सकता है। इस सेंसर का उपयोग ज्यादातर स्मार्टवॉच फिटनेस बैंड में किया जाता है।
9. कम्पस सेंसर
कम्पस सेंसर एक ऐसा उपकरण है जो पृथ्वी के उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों के संबंध में सही दिशा प्रदान करने का काम करता है। इसी सेंसर की मदद से कम्पस में लगी सुई हमेशा पृथ्वी के जियोमेट्रिक उत्तर दिशा की ओर इशारा करती है। डिजिटल कम्पस सेंसर वास्तव में एक मैगनेटोमीटर है जो पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र को सकता है।
10. मैगनेटोमीटर सेंसर
मैगनेटोमीटर सेंसर ज्यादातर फ़ोन में इस्तेमाल किया जाता है। यह कम्पस सेंसर की मदद से काम करता है। मैगनेटोमीटर सेंसर फ़ोन में सही दिशा बताने का काम करता है। गूगल मैप या कोई भी मैप वाले एप्प इसी सेंसर की मदद से काम करते हैं। इसी सेंसर की मदद से कोई भी मेटल डिटेक्टर एप्प पास में रखे मेटल को डिटेक्ट कर लेता है। यह कम्पस सेंसर से बेहतर काम करता है। यही कारण है कि अब ज्यादातर स्मार्टफोन में कम्पस सेंसर की जगह मैगनेटोमीटर सेंसर का उपयोग किया जाता है।
11. जोमेग्नेटिक सेंसर
जोमेग्नेटिक सेंसर गुरुत्वाकर्षण के आधार पर काम करता है। यह ग्रेविटी सेंसर और मैगनेटोमीटर सेंसर का एक मिलाजुला रूप है। इसकी मदद से कम्पस का काम किया जाता है। जिससे हमें सभी दिशाओं का पता लग पाता है। इसके आलावा यह सेंसर धातु का पता लगाने में भी सक्षम है। जोमेग्नेटिक सेंसर से मेटल डिटेक्टर एप्प को भी मदद मिलती है।
12. हुमिडीटी सेंसर
हुमिडीटी सेंसर / डिटेक्टर / ट्रांसड्यूसर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हैं जो हवा में नमी की मात्रा या पानी की मात्रा को मापते हैं और इन मापों को संकेतों में परिवर्तित करते हैं जिनका उपयोग नियंत्रण या प्रदर्शन उपकरणों के इनपुट के रूप में किया जा सकता है। मुख्य विनिर्देशों में अधिकतम प्रतिक्रिया समय , न्यूनतम और अधिकतम ऑपरेटिंग तापमान शामिल हैं। हुमिडीटी सेंसर आपको बताता है कि हवा में नमी की मात्रा कितनी है। अगर आपके आस पास के वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ जाती है या कम हो जाती है तो हुमिडीटी सेंसर आपको फ़ोन के माध्यम से संकेत भेजता है कि मौसम में कुछ बदलाव होने वाले हैं।
13. टेम्परेचर सेंसर
टेम्परेचर सेंसर एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो थर्मल मापदंडों का पता लगाते हैं। एक टेम्परेचर सेंसर आमतौर पर तापमान को मापने और इसे आउटपुट वोल्टेज में बदलने के लिए RTD या थर्मिस्टर पर निर्भर करता है। तापमान सेंसर का उपयोग कई प्रक्रियायों में किया जाता है। जैसे कि उद्योगों में गैस, तरल पदार्थ और ठोस पदार्थ की थर्मल विशेषताओं को मापने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसके साथ साथ सामान्य और विशेष प्रयोजन के उपयोग के लिए कॉन्फ़िगर किया जाता है।
14. प्रेशर सेंसर
प्रेशर सेंसर का उपयोग दबाव को मापने के लिए किया जाता है। प्रेशर सेंसर एक इलेक्ट्रो-मैकेनिकल डिवाइस है जो गैसों या तरल पदार्थ में प्रति यूनिट क्षेत्र का पता लगाते हैं। इसके साथ साथ नियंत्रण और प्रदर्शन उपकरणों के इनपुट को सिग्नल प्रदान करते हैं। एक प्रेशर सेंसर आमतौर पर एक इकाई क्षेत्र के खिलाफ लगाए गए बल का पता लगाने और मापने के लिए एक डायाफ्राम और स्ट्रेन गेज पुल का उपयोग करता है। मुख्य विशेषताओं में सेंसर फ़ंक्शन, न्यूनतम और अधिकतम काम करने का दबाव, पूर्ण-सटीकता के साथ-साथ डिवाइस के लिए विशेष रूप से शामिल हैं। नियंत्रण या माप के लिए गैस या तरल पदार्थ के दबाव के बारे में जानकारी के लिए प्रेशर सेंसर का उपयोग किया जाता है।
15. स्मोक सेंसर
स्मोक सेंसर एक ऐसा उपकरण है जो आमतौर पर आग के संकेत को बताता है। फायर अलार्म इसी सेंसर की मदद से काम करता है।
16. बायोसेंसर
बायोसेंसर एक तरह का एनालिटिकल टूल है जो किसी रासायनिक पदार्थ का पता लगाने के लिए उपयोग में लाया जाता है। बायोसेंसर जैविक तत्व, उदा, ऊतक, सूक्ष्मजीव, ऑर्गेनेल, सेल रिसेप्टर्स, एंजाइम, एंटीबॉडी, नुक्लेरिक एसिड इत्यादि, एक जैविक रूप से उत्पन्न हुए सामग्री या बायोमेटिक घटकों का पता लगाते हैं।
17. बैरोमीटर सेंसर
बैरोमीटर सेंसर की मदद से वायुमंडलीय दबाव को मापने का काम किया जाता है। यह सेंसर वातावरण के तापमान और दबाव को मापता है और यह समुद्र तल से ज़मीन की ऊंचाई को भी मापता है। इस सेंसर का उपयोग वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए भी किया जाता है। यह आपको GPS पर आपकी एक्यूरेट लोकेशन को भी बता देता है।
18. अल्ट्रासोनिक सेंसर
अल्ट्रासोनिक सेंसर काफी उपयोगी माना जाता है। इसका उपयोग दुरी को निर्धारित करने में किया जाता है। इसकी मदद से सामने के किसी भी ऑब्जेक्ट को डिटेक्ट किया जा सकता है। यह आर्डुइनो प्रोजेक्ट रडार के माध्यम से काम करता है। इसका उपयोग सेल्फ ड्राइविंग कार, रोबोट्स के आँखों और सुरक्षा उपकरणों जैसे कई चीजों में किया जाता है।
19. हार्ट रेट सेंसर
हार्ट रेट सेंसर का उपयोग शरीर में हार्ट रेट को मापने के लिए किया जाता है। मनुष्य के स्वास्थ्य की जानकारी और स्वस्थ्य की निगरानी रखने के लिए इस सेंसर को बनाया गया है। यह सेंसर ज्यादातर फिटनेस बैंड स्मार्टवॉच में देखने को मिलता है।
20. आईरिस सेंसर
आईरिस सेंसर का उपयोग फेस डिटेक्टर के रूप में किया जाता है। यह मनुष्य के चेहरे और आँखों को डिटेक्ट करता है। इस सेंसर का उपयोग ज्यादातर सिक्योरिटी के रूप में किया जाता है। बैंकों और बड़ी इंडस्ट्रियों में इस सेंसर का उपयोग किया जाता है। लेकिन आजकल इस सेंसर का उपयोग ज्यादातर फ़ोन में किया जा रहा है। आजकल लगभग सभी स्मार्टफोन में इस सेंसर का उपयोग फेस लॉक के तौर पर किया जाता है।
21. स्पॉट सेंसर
स्पॉट सेंसर मनुष्य के शरीर की निगरानी करता है। इसकी मदद से शरीर में रक्त और अन्य सभी चीजों की जानकारी प्रदान करता है। इस सेंसर का उपयोग कुछ स्मार्टफोन और स्मार्टवॉच फिटनेस बैंड में किया जाता है।
22. हॉल सेंसर
हॉल सेंसर का उपयोग स्मार्टफोन में किया जाता है। जब हम स्मार्टफोन डिस्प्ले के ऊपर फ्लिप कवर या कुछ मेटल रखते हैं तो फ़ोन डिस्प्ले ऑफ हो जाता है और जैसे ही उसे डिस्प्ले के ऊपर से हटाते हैं तो फ़ोन का डिस्प्ले ऑन हो जाता है। यह हॉल सेंसर की मदद से ही होता है।
23. जाइरोस्कोप सेंसर
जाइरोस्कोप सेंसर एक उपकरण है जो किसी वस्तु के उन्मुखीकरण और कोणीय वेग को माप सकता है और बनाए रख सकता है। ये एक्सेलेरोमीटर से अधिक उन्नत हैं। ये ऑब्जेक्ट के झुकाव और पार्श्व अभिविन्यास को माप सकते हैं जबकि एक्सेलेरोमीटर केवल रैखिक गति को माप सकते हैं। जाइरोस्कोप सेंसर की मदद से हम अपने फ़ोन में 360 डिग्री रोटेशन या एंगल के अनुसार काम कर सकते हैं। इसकी मदद से 3D फोटो का काम कर सकते हैं। इन सबसे ज्यादा जाइरोस्कोप सेंसर हमें अपने फ़ोन 3D खेलने में सहायता करता है। मान लीजिये कि आप अपने स्मार्टफोन में कार रेसिंग का गेम खेल रहे हों और आपको कार को दाएं या बाएं मोड़ने के लिए दायीं या बायीं तरफ अपनी ऊँगली से टैप करना पड़ता है। इस तरह से गेम खेलना थोड़ा सा मुश्किल हो जाता है। लेकिन अगर आपके स्मार्टफोन में जाइरोस्कोप सेंसर मौजूद हो तो आपको कार मोड़ने के लिए दायीं या बायीं तरफ टैप करना नहीं पड़ेगा। इसके लिए बस आपको दायीं या बायीं तरफ फ़ोन को झुकाना होगा और कार अपने आप मुड़ने लगेगी। जाइरोस्कोप सेंसर का ज्यादातर इस्तेमाल स्मार्टफोन में ही किया जाता है।
24. टचस्क्रीन सेंसर
टचस्क्रीन सेंसर का ज्यादातर इस्तेमाल फ़ोन में किया जाता है। लेकिन इसके आलावा भी ऐसी कई उपकरण हैं जहाँ टचस्क्रीन सेंसर का उपयोग होता है। जैसे कि लैपटॉप कंप्यूटर, ATM, वीडियो गेम्स इत्यादि। अगर हम अपने फ़ोन या किसी अन्य उपकरणों का इस्तेमाल उसके स्क्रीन टच करके कर पाते हैं तो यह सिर्फ टचस्क्रीन सेंसर की मदद से ही हो पाता है।
25. थर्मोमीटर सेंसर
थर्मोमीटर सेंसर की मदद से हम किसी उपकरण के अंदर का तापमान और बहार के वातावरण का तापमान का पाता लगा सकते हैं। इस सेंसर का उपयोग ज्यादातर फ़ोन में किया जाता है। लेकिन इनके आलावा भी कई उपकरण हैं जहाँ थर्मोमीटर सेंसर का उपयोग होता है। जैसे कि माइक्रोवेव ओवन, फ्रिज इत्यादि। इसी सेंसर की मदद से फ़ोन के द्वारा हम यह जान पाते हैं कि हमारे आस पास के वातावरण का तापमान क्या है। या फिर आज मौसम कैसा रहेगा। इन सभी चीजों को हम थर्मोमीटर सेंसर की मदद से जान पाते हैं।
26. माइक्रोफोन सेंसर
माइक्रोफोन सेंसर की मदद से हम अपनी आवाज को सुन सकते हैं और उन्हें रिकॉर्ड भी कर सकते हैं। माइक्रोफोन सेंसर की मदद से हम अपनी आवाज को एक जगह से दूर तक पहुंचा सकते हैं। इसका ज्यादातर इस्तेमाल फ़ोन में किया जाता है।
27. QR कोड – बार कोड सेंसर
इस सेंसर की मदद से हम किसी QR कोड या किसी बार कोड को फ़ोन कैमरा से स्कैन कर सकते हैं। QR कोड और बार कोड के अंदर प्राइवेट आइडेंटिटी या प्राइवेट इनफार्मेशन होती है। अगर हम किसी बार कोड या किसी QR कोड को स्कैन कर पाते हैं तो यह सिर्फ बार कोड – QR कोड सेंसर की मदद से ही हो पाता है।
मोबाइल फ़ोन में उपयोग होने वाले सेंसर
- एम्बिएंट लाइट सेंसर
- प्रोक्सिमिटी सेंसर
- एक्सेलेरोमीटर सेंसर
- मैगनेटोमीटर सेंसर
- जाइरोस्कोप सेंसर
- पैडोमीटर सेंसर
- माइक्रोफोन सेंसर
- फिंगरप्रिंट सेंसर
- टचस्क्रीन सेंसर
- बैरोमीटर सेंसर
- हार्ट रेट सेंसर
- थर्मोमीटर सेंसर
- एयर हुमिडीटी सेंसर
- आईरिस सेंसर
- स्पॉट सेंसर
- हॉल सेंसर
- बार कोड – QR कोड सेंसर