Using dark mode can be dangerous, this is the reason | डार्क मोड का इस्तेमाल करना हो सकता है खतरनाक, ये है वजह
- Using dark mode can be dangerous, this is the reason
- Using dark mode is ‘dangerous’, stop using it now
- Stop using dark mode on your smartphone because it is not good for your eyes
- डार्क मोड का इस्तेमाल करना हो सकता है खतरनाक, ये है वजह
- डार्क मोड यूज करना है ‘खतरनाक’, अभी बंद कर दें इस्तेमाल
- अपने स्मार्टफोन पर डार्क मोड का उपयोग करना बंद कर दें क्योंकि यह आपकी आंखों के लिए अच्छा नहीं है
Using dark mode can be dangerous, this is the reason
When the dark mode is on, most of the screen appears in dark or black color. In such a situation, low light goes inside the eyes. Using the smartphone for long hours at night without turning on the dark mode can damage the eyes because more light goes into the eyes. In this way, the dark mode has been introduced in smartphones to both protect the eyes from fatigue and save battery. The strange thing is that dark mode is fine at night but can also cause damage by working upside down during the day.
- Your vision may be weak
Friends, after using the dark mode continuously on the smartphone, your eyes will adapt it and it feels better to read the white color text. After using dark mode for a long time, suddenly an app or device has to be used in light mode, then it can affect your vision. Continuous use of dark mode can cause eye disease and after switching from light to dark text, your eyes suddenly cannot adapt to this change. Brightburn conditions may also appear due to such a condition.
- Astigmatism may occur in the eyes
According to the American Optometric Association, there is a disease called Estigmatism in users. In this, the shape of the cornea of one or both eyes becomes peculiar and starts to appear blurry. Such people cannot easily read white text on a black background as compared to black text on a white background. The iris becomes smaller when the display is bright, allowing low light to go into the eye and reverse with the dark display. In this case, the focus of the eye is affected.
- Keep changing light and dark mode
Friends, in such a situation, stop using dark mode at all, it is not necessary but keeps switching to light mode along with dark. It is better to schedule dark mode and turn on after dark in the evening. Similarly, enable light mode as soon as the day comes. Using dark mode during the day has such an effect on the eyes, as if you are sleeping in the dark of night and suddenly sunlight comes in the afternoon, then you can understand how it will affect you. The brightness of the screen works in a similar way and sudden changes in it can weaken your eyesight.
(HINDI)
डार्क मोड ऑन होने पर स्क्रीन का ज्यादातर हिस्सा डार्क या ब्लैक कलर में दिखता है। ऐसे में कम रोशनी आंखों से अंदर जाती है। बिना डार्क मोड ऑन किए रात में स्मार्टफोन लंबे वक्त तक इस्तेमाल करना आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है क्योंकि इससे ज्यादा रोशनी आंखों में जाती है। इस तरह आंखों को थकान से बचाने और बैटरी की बचत दोनों के लिए स्मार्टफोन्स में डार्क मोड इंट्रोड्यूस किया गया है। अजीब यह है कि डार्क मोड रात में तो ठीक है लेकिन दिन में उल्टा काम कर नुकसान भी पहुंचा सकता है।
- आपका विजन हो सकता है कमजोर
दोस्तों, स्मार्टफोन पर लगातार डार्क मोड इस्तेमाल करने के बाद आपकी आंखें उसे ही अडॉप्ट कर लेती हैं और वाइट कलर का टेक्स्ट पढ़ना बेहतर लगता है। लंबे वक्त तक डार्क मोड इस्तेमाल करने के बाद अचानक लाइट मोड में कोई ऐप या डिवाइस यूज करना पड़े तो इसका असर आपके विजन पर पड़ सकता है। डार्क मोड का लगातार इस्तेमाल आंखों की बीमारी की वजह बन सकता है और लाइट से डार्क टेक्स्ट के बीच स्विच करने के बाद आपकी आंखें अचानक इस चेंज को अडॉप्ट नहीं कर पाती हैं। ऐसी कंडीशन की वजह से ब्राइटबर्न की स्थिति भी दिख सकती है।
- आंखों में हो सकता है एस्टिगमेटिज्म
अमेरिकन ऑप्टोमेट्रिक एसोसिएशन के मुताबिक, यूजर्स में एस्टिगमेटिज्म नाम की एक बीमारी देखने को मिल रही है। इसमें एक या दोनों आंखों के कॉर्निया का शेप अजीब हो जाता है और ब्लर दिखना शुरू हो जाता है। ऐसे लोग वाइट बैकग्राउंड पर ब्लैक टेक्स्ट के मुकाबले ब्लैक बैकग्राउंड पर वाइट टेक्स्ट आसानी से नहीं पढ़ सकते। डिस्प्ले ब्राइट होने पर आइरिस छोटा हो जाता है, जिससे कम लाइट आंख में जाए और डार्क डिस्प्ले के साथ उल्टा होता है। ऐसे में आंख के फोकस पर असर पड़ता है।
- बदलते रहें लाइट और डार्क मोड
दोस्तों, ऐसे में डार्क मोड का इस्तेमाल बिल्कुल रोक दें, ऐसा जरूरी नहीं है लेकिन डार्क के साथ-साथ लाइट मोड पर भी स्विच करते रहें। बेहतर होगा कि आप डार्क मोड को शेड्यूल कर लें और शाम को अंधेरा होने के बाद ऑन करें। इसी तरह दिन होते ही लाइट मोड को इनेबल कर लें। दिन में डार्क मोड इस्तेमाल करना आंखों पर ऐसा असर करता है, मानो आप रात के अंधेरे में सो रहे हों और अचानक दोपहर जैसी धूप आ जाए तो आप समझ सकते हो कि ऐसे में आप पर कैसा प्रभाव पड़ेगा। स्क्रीन की ब्राइटनेस कुछ इसी तरह काम करती है और इसमें अचानक हुआ बदलाव आपकी नजर कमजोर कर सकता है।