Hackers keep an eye on Facebook and Google accounts, steal people’s personal data through apps | फेसबुक और गूगल एकाउंट्स पर है हैकर्स की नज़र, एप्प के जरिये चुराते हैं लोगों के निजी डेटा
- Hackers keep an eye on Facebook and Google accounts
- steal people’s personal data through apps
- Facebook and Google accounts are eyeing hackers
- stealing people’s personal data through apps
- फेसबुक और गूगल एकाउंट्स पर है हैकर्स की नज़र
- एप्प के जरिये चुराते हैं लोगों के निजी डेटा
- फेसबुक और गूगल अकाउंट पर हैकर्स ही नजर
- एप्प्स के जरिए ऐक्सेस कर रहे डेटा
(ENGLISH)
Hackers keep an eye on Facebook and Google accounts, steal people’s personal data through apps
Hello friends! I am Abhishek and you are very welcome to our blog Abhishek InfoTech. Friends, it is not safe to keep your personal information on Facebook and Google accounts. Because the hackers are keeping a close eye here so that they can access the personal information of the people so that the user can face any problem in the future.
So let’s know how to avoid it
Friends, your Google and Facebook data is in great danger. Hackers are adopting new ways to steal users’ data. In this, data theft through apps is in trend nowadays. There are many vicious developers all over the world who are stealing their data as well as spying users through fake apps. In the latest case, the Japanese cybersecurity company Trend Micro has identified 9 apps that are targeting users’ Google and Facebook accounts.
- Over 4 lakh frequent downloads
Researchers at Trend Micro have identified 9 fake Android apps that are incorrectly accessing users’ data. It is a matter of concern that a total of 4 lakh 70 thousand times these apps have been downloaded so far. These fake apps exist as a performance optimization tool on the Google Play Store.
- Malware is hidden inside apps
Hackers use these apps to spread malware to users’ smartphones. Usually, this malware is hidden inside apps like ‘Speed Clean’ or ‘Super Clean’. This is the trick of hackers so that they promote fake and dangerous apps as smartphone performance optimization tools. Here you will see the list of those fake and dangerous apps found in research.
- 3 thousand types of malware installed
These fake apps install 3000 types of malware in users’ smartphones. After the malware is installed, the hackers get access to the user’s Google and Facebook accounts. After this, the hackers try to trick the users by showing fake advertisements.
- Try to dodge google
The Google Play Store could not identify these apps, so they ask users to disable Play Protect before it is installed. Play Protect is Google’s program that prevents these fake apps. After the play protects is disabled, hackers deliver fake apps and malware to the user’s smartphone as per their choice.
- Apps removed from Play Store
It is a matter of relief that Google has removed these apps from the Play Store. However, it is believed that hackers can try to harm users once again with other such apps. It would be better if you download the right and only apps from the Play Store that are verified by Google.
- How to avoid these dangerous apps
Friends, every day new apps are being made, which nowadays reach us through the internet through Google Play Store or any medium. They include a variety of interesting features to entice users so that users can easily install them on their phones. As soon as you open the app after installing, it asks for some permissions from you and we have to allow all the permissions without even wanting to here. Because if we do not do this and after canceling any permissions, then the app exits from there, then we have to allow all permissions to use the app and the hackers take advantage of all these. As soon as the app gets permissions, it becomes very easy for hackers to access the personal data of the users.
Data Leaks |
Now here it is important to note what kind of apps we should install on our phone. It depends on the users on how to identify those dangerous apps. We should install only those which are verified by Google on the Google Play Store. Using fake apps can cause us to face difficulties in the future. Friends, hope that you will take care of all these things from the future and try to avoid problems like data leaks happening on the Internet.
So, friends, this was that information, now you tell us how did you like this information, you can comment by telling us.
(HINDI)
फेसबुक और गूगल एकाउंट्स पर है हैकर्स की नज़र, एप्प के जरिये चुराते हैं लोगों के निजी डेटा
नमस्कार दोस्तों! मैं हूँ अभिषेक और आपका हमारे ब्लॉग अभिषेक इंफोटेक में बहुत बहुत स्वागत है| दोस्तों, फेसबुक और गूगल अकाउंट पर अपने निजी जानकारियों को रख पाना सुरक्षित नहीं है| क्यूंकि, हैकर्स यहाँ अपनी कड़ी नज़र बनाए हुए हैं, जिससे वो लोगों के निजी जानकारियों को एक्सेस कर लेते हैं, इससे यूजर को भविष्य में किसी भी परेशानी का सामना करना पर सकता है
तो आइये जानते हैं इसके बारे में कि इससे कैसे बचा जाए
दोस्तों, आपके गूगल और फेसबुक डेटा पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। हैकर्स यूजर्स के डेटा को चोरी करने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। इसमें आजकल ऐप्स के जरिए होने वाली डेटा चोरी काफी ट्रेंड में है। दुनियाभर में कई शातिर डिवेलपर हैं जो फर्जी ऐप्स के जरिए यूजर्स की जासूसी करने के साथ ही उनके डेटा की चोरी कर रहे हैं। ताजा मामले में जापानी साइबर सिक्यॉरिटी कंपनी ट्रेंड माइक्रो ने 9 ऐप्स की पहचान की है जो यूजर्स के गूगल और फेसबुक अकाउंट को अपना निशाना बना रहे हैं।
Data Leak |
- 4 लाख से ज्यादा बार हुए डाउनलोड
ट्रेंड माइक्रो के रिसर्चर्स ने 9 फर्जी ऐंड्रॉयड ऐप्स की पहचान की है जो यूजर्स के डेटा को गलत तरीके से ऐक्सेस कर रहे हैं। चिंता की बात यह है कि इन ऐप्स को अब तक कुल 4 लाख 70 हजार बार डाउनलोड किया जा चुका है। ये फर्जी ऐप्स गूगल प्ले स्टोर पर परफॉर्मेंस ऑप्टिमाइजेशन टूल के तौर पर मौजूद हैं।
- एप्प्स के अंदर छिपे होते हैं मैलवेयर
हैकर्स इन ऐप के जरिए यूजर्स के स्मार्टफोन में मैलवेयर पहुंचाने का काम करते हैं। आमतौर पर ये मैलवेयर ‘Speed Clean’ या ‘Super Clean’ नाम जैसे ऐप्स के अंदर छिपे रहते हैं। यह हैकर्स की चाल है ताकि वे फर्जी और खतरनाक ऐप्स को स्मार्टफोन परफॉर्मेंस ऑप्टिमाइजेशन टूल के तौर पर प्रमोट करते हैं। रिसर्च में पाए गए उन फर्जी और खतरनाक एप्प्स की लिस्ट यहाँ आपको दिख जाएगी|
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- 3 हजार तरह के मैलवेयर करते हैं इंस्टॉल
ये फेक ऐप यूजर्स के स्मार्टफोन में 3000 तरह के मैलवेयर इंस्टॉल कर देते हैं। मैलवेयर इंस्टॉल होने के बाद हैकर्स को यूजर के गूगल और फेसबुक अकाउंट का ऐक्सेस मिल जाता है। इसके बाद हेकर्स यूजर्स को फर्जी विज्ञापन दिखाकर जाल में फंसाने की कोशिश करते हैं।
- गूगल को चकमा देने की कोशिश
गूगल प्ले स्टोर इन ऐप्स की पहचान न कर सके इसलिए ये इंस्टॉल होने से पहले यूजर्स को प्ले प्रटेक्ट डिसेबल करने के लिए कहते हैं। प्ले प्रटेक्ट गूगल का प्रोग्राम है जिससे वह इन फर्जी ऐप्स पर रोक लगाता है। प्ले प्रटेक्ट डिसेबल होने के बाद हैकर्स यूजर के स्मार्टफोन में अपनी मर्जी के अनुसार फर्जी ऐप्स और मैलवेयर को पहुंचा देते हैं।
- प्ले स्टोर से हटाए गए एप्प
राहत की बात यह है कि गूगल ने प्ले स्टोर से इन ऐप्स को हटा दिया है। हालांकि, माना जा रहा है कि हैकर्स इस प्रकार के दूसरे ऐप्स से फिर एक बार यूजर्स को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं। बेहतर होगा कि आप प्ले स्टोर से सही और उन ऐप्स को ही डाउनलोड करें जिन्हें गूगल ने वेरिफाइ किया है।
- कैसे बचा जाए इन खतरनाक एप्प्स से
दोस्तों, आए दिन नए नए एप्प्स बनाए जा रहे हैं जो कि आज कल गूगल प्ले स्टोर या किसी भी माध्यम से इंटरनेट के जरिये हम तक पहुँच जाते हैं| उनमें यूजर्स को लुभाने के लिए तरह तरह के रोचक विशेषताओं को शामिल किये जाते हैं ताकि यूजर्स आसानी से इन्हें अपने फ़ोन में इनस्टॉल कर ले| इनस्टॉल करने के बाद जैसे ही आप एप्प को ओपन करते हो तो ये आपसे कुछ पर्मिशन्स मांगता है और हमें यहाँ ना चाहते हुए भी सभी पर्मिशन्स को अल्लॉव करने पड़ते हैं| क्यूंकि अगर हम ऐसा नहीं करते हैं और किसी भी पर्मिशन को कैंसल करते ही तो एप्प वहीं से एग्जिट हो जाता है तो ऐसे में हमें एप्प का इस्तेमाल करने के लिए सभी पर्मिशन्स को अल्लॉव करने पड़ते हैं और हैकर्स इन्हीं सब का फायदा उठाते हैं| एप्प को पर्मिशन्स मिलते ही हैकर्स को यूजर्स के पर्सनल डेटा को एक्सेस कर पाना बहुत ही आसान हो जाता है|
Data Leaks |
अब यहाँ ये ध्यान रखने वाली बात है कि हमें किस तरह के एप्प्स को अपने फ़ोन में इंन्स्टॉल करने चाहिए| ये बात यूजर्स पर निर्भर करती है कि उन खतरनाक एप्प्स कि पहचान कैसे किया जाए| हमें उन्हीं को इनस्टॉल करने चाहिए जो कि गूगल प्ले स्टोर पर गूगल के द्वारा वेरिफ़िएड हो| फर्जी एप्प्स का इस्तेमाल करने से हमें भविष्य में मुश्किलों का सामना करना पर सकता है| दोस्तों, उम्मीद है कि आप आगे से इन सभी बातों का ध्यान रखेंगे और आए दिन इंटरनेट पर हो रहे डेटा लीक्स जैसी समस्याओं से बचने के कोशिश करेंगे|
तो दोस्तों, ये थी वो जानकारी, अब आप हमें बताइये कि ये जानकारी आपको कैसी लगी, आप हमें कमेंट कर के बता सकते हैं|